कैबिनेट मंत्री जिम्पा ने फसल अवशेष न जलाने और प्राकृतिक संसाधनों को बचाने का किया आह्वान
होशियारपुर, 13 जुलाई: कृषि विभाग होशियारपुर की ओर से डायरेक्टर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, पंजाब के दिशानिर्देशों के तहत सिटी सेंटर, होशियारपुर में जिला स्तरीय किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में पंजाब कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के कृषि विशेषज्ञों और कृषि विज्ञान केंद्र की टीम ने किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों के बारे में जानकारी दी।
मेले का उद्घाटन कैबिनेट मंत्री पंजाब ब्रम शंकर जिम्पा ने किया और मेले में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। मेले में हलका विधायक टांडा जसवीर सिंह राजा गिल, मेयर सुरिंदर कुमार शिंदा, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर राहुल चाबा भी विशेष तौर पर शामिल हुए।
मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री ब्रहम शंकर जिम्पा ने अपने संबोधन में किसानों से अपील की कि वे आगामी धान के सीजन के दौरान पराली और फसल के अवशेष न जलाएं, ताकि पर्यावरण प्रदूषण से बचा जा सके। उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों को बचाने का भी आह्वान किया।
उन्होंने मेले में उपस्थित विभिन्न विभागों से किसानों एवं जनता की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करने को कहा। उन्होंने विभागों को सरकार द्वारा चलाई जा रही किसान कल्याण योजनाओं को किसानों तक पहुंचाने के लिए अधिकतम प्रयास करने पर जोर दिया और किसानों से अपील की कि वे विभागों के साथ समन्वय बनाकर सरकार द्वारा चलाई जा रही इन योजनाओं का भरपूर लाभ उठाएं। उन्होंने किसानों के हितों और कल्याण के प्रति पंजाब सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
इस अवसर पर हलका विधायक टांडा जसवीर सिंह राजा गिल ने किसानों से विशेषज्ञों द्वारा सुझाई गई तकनीकों को अपनाकर पर्यावरण को बचाने और प्राकृतिक संसाधनों को बनाए रखने की अपील की। जिला प्रशासन से अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (सामान्य) राहुल चाबा ने किसान मेलों को कृषि के संबंध में समृद्ध जानकारी का स्रोत बताते हुए कहा कि इन मेलों में जहां किसानों को नई तकनीकों की जानकारी मिलती है, वहीं किसानों के अनुभवों से कृषि क्षेत्र में नए शोध करने संबंधी प्रेरणा मिलती है। उन्होंने जिले के सभी किसानों से फसल अवशेषों के कुशल प्रबंधन की अपील की।
कैंप को संबोधित करते हुए मुख्य कृषि अधिकारी होशियारपुर डाॅ. दपिंदर सिंह ने कृषि विभाग की गतिविधियों पर प्रकाश डाला और किसानों से अपील की कि वे फसल अवशेषों के उचित प्रबंधन में कृषि और किसान कल्याण विभाग द्वारा प्रदान की गई कृषि मशीनरी का पूरा लाभ उठाएं और किसान भूमि परख के आधार पर प्राप्त मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार ही उर्वरकों का उपयोग करें । उन्होंने कहा कि विभाग किसानों को गुणवत्तापूर्ण खाद, बीज एवं कृषि रसायन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने किसानों से विभाग द्वारा अनुदान पर उपलब्ध कराए जा रहे खरीफ़ मक्की बीज व इनपुट्स के खरीद बिल ब्लाक कार्यालय में जाकर पोर्टल पर ऑनलाइन 25 जुलाई 2024 तक भर सकते है और स्कीम का लाभ ले सकते हैं।
कृषि विज्ञान केन्द्र के सह निदेशक डाॅ. मनिंदर सिंह बौस और उनके विशेषज्ञों की टीम ने किसानों के साथ पशुपालन, पराली प्रबंधन, सब्जी की खेती, उन्नत बीज और कृषि वानिकी के तहत फसलों और खेती के बारे में तकनीकी जानकारी साझा की। कैंप के दौरान उप मंडल मजिस्ट्रेट होशियारपुर प्रीतिंदर सिंह बैंस, सीनियर डिप्टी मेयर प्रवीण सैनी, डिप्टी मेयर रंजीता चौधरी, जिला प्रशिक्षण अधिकारी सुरिंदर सिंह सोढ़ी, डिप्टी डायरेक्टर बागवानी डाॅ. जसविन्दर सिंह सहित जिले के सभी कृषि अधिकारी/कर्मचारी, जिले के विभिन्न गांवों से बड़ी संख्या में किसान शामिल थे। शिविर में विभिन्न स्वयं सहायता समूहों, विभागों द्वारा प्रदर्शनी स्टॉल भी लगाए गए।