ईद मिलन पार्टी जैसे समारोह आपसी भाईचारा,प्यार एवं मुहब्बत को बढ़ावा देते है : अहमदिया मुस्लिम जमात
होशियारपुर ( तरसेम दीवाना ): अहमदिया मुस्लिम जमात क़ादियान की तरफ़ से होटल प्रेज़ीडेंसी होशियारपुर में ईद मिलन पार्टी का आयोजन मोहम्मद इनाम ग़ौरी प्रधान अहमदिया जमात भारत की अध्यक्षता में किया गया जहाँ शहर के अलग अलग समुदाय से लोग शामिल हुए । विधायक होशियारपुर और कैबिनेट मिनिस्टर पंजाब सरकार ब्रह्म शंकर जिम्पा ने अपने सम्बोधन में कहा कि ईद मिलन पार्टी जैसे समारोह आपसी भाईचारा,प्यार एवं मुहब्बत को बढ़ावा देते हैं तथा इससे पड़ौसियों के साथ दोस्ताना संबंध बढ़ता है ।
इस्लाम जहां मुस्लमानों को अपने साथियों तथा पड़ौसियों के दु:ख तकलीफ़ में शामिल होकर उसको दूर करने का हुकम देता है वहीं उनको अपनी ख़ुशियों में शामिल करने की भी नसीहयत करता है । इस शिक्षा पर चलने के परिणाम स्वरूप इंसान विश्व में न्याय व्यवस्था को स्थापित कर सकता है ।
इस मोक़े पर अनुराग सूद, अविनाश राए खन्ना ,, सलीम सुलेमानी, सुखदेव सिंह बेदी तथा अभिनव चोपड़ा ने अपने सम्बोधन में आपसी भाईचारे और प्यार का सन्देश दिया । मोहम्मद इनाम ग़ौरी प्रधान अहमदिया जमात भारत ने अपने सम्बोधन में कहा कि जमात-ए-अहमादिया की स्थापना का असल लक्ष्य ही इंसान का ख़ुदा ताअला से संबंध स्थापित करना तथा इंसानों के मध्य प्यार, मुहब्बत तथा भाईचारे की रूह उत्पन्न करना है ।
इस मिशन की प्राप्ती के लिए हज़रत मिर्ज़ा ग़ुलाम अहमद साहिब संस्थापक अहमादिया मुस्लिम जमात का प्रदुभाव हुआ । जमात-ए-अहमादिया इसी मिशन को पूरा करने के लिए मुहब्बत सभी से नफ़रत किसी से नहीं का नारा बुलंद करते हुए पूरी दुनिया में लोक भलाई के काम कर रही है । भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न धर्मों तथा संस्कृतियों के लोग आपस में प्यार तथा मुहब्बत के साथ रहते हैं तथा एक दूसरे के सु:ख दु:ख में शामिल होते हैं ।
ईद मिलन जैसे समारोह आपसी भाईचारे तथा प्यार को बढ़ावा देते हैं । इससे पड़ौसियों के साथ दोस्ताना संबंध मज़बूत होते हैं तथा विभिन्न समुदायों के लोगों के मध्य एकता स्थापित होती है और आपसी परिचय व विचार विर्मश का अवसर मिलता है । इस अवसर पर क़ादियान ज़िला गुरदासपुर से मुहम्मद अहसन गौरी ,अताउल मोमिन, नसरूमिनल्लाह, सय्यद ज़ुबैर, सय्यद अज़ीज़ आदि और होशियारपुर से तरसेम दीवाना, शेख मन्नान,बलवीर सिंह सैणी,गुरविंदर सिंह पलाहा, पुरुषोत्तमलाल दरोच, हर्षवर्धन पठानिया आदि शामिल हुए थे ।