सिंगल यूज़ पॉलिथीन को लेकर जमीनी स्तर पर हो इसकी पालना: संजीव अरोड़ा
होशियारपुर, 14 अप्रैल: भारत विकास परिषद के अध्यक्ष व प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा जो सिंगल यूस प्लास्टिक (पॉलिथीन) पर रोक लगाई हुई है यह एक अच्छा कदम है। लेकिन सरकार को प्लास्टिक की पैकिंग में आने वाली वस्तुओं की पैकिंग को लेकर वैकल्पिक व्यवस्था करने पर भी विचार विमर्श करना चाहिए और श्री अरोड़ा ने कहा कि सिंगल यूस पॉलिथीन को लेकर पहले भी सरकारों द्वारा अहम फैसले लिए गए थे लेकिन जमीन स्तर पर इसकी पालना न होने के चलते पर्यावरण को काफी नुकसान हो रहा है, जब सरकारों ने यह फैसला लिया है तो इसे सख्ती से लागू करना चाहिए।
उन्होने कहा कि प्लास्टिक के प्रदूषण को रोकने के लिए जहां सरकारों को गंभीर होना पड़ेगा वहीं हमारी भी जिम्मेदारी बनती है कि इसका प्रयोग कम से कम करें ताकि इससे होने वाले प्रदूषण से बचा जा सके। अरोड़ा ने कहा कि एक समय था जब हम घर से थैला या बर्तन लेकर बाजार में सामान लेने जाते थे लेकिन जब से पॉलिथीन की आदत पड़ी है लोग पर्यावरण संरक्षण की बात भूलने लगे हैं।
यह बात हम सभी भली भांती जानते हैं कि जब भी कोई गर्म वस्तु पॉलिथीन के लिफाफे में डालते हैं तो इसका हमारे सेहत पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। इस लिए जो वस्तु हमारे एवं पर्यावरण के लिए हानिकारक हो उसे छोड़ देना ही बेहतर है और अब समय आ चुका है कि हम पॉलिथीन को न कहना अपने जीवन का अभिन्य अंग बना लें ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियां स्वस्थ वातावरण का आनंद ले सकें।
श्री अरोड़ा ने आगे कहा कि पॉलीथिन से लाखों लोगों का रोजगार जुड़ा हुआ है इस लिए उनके लिए वैकल्पिक रोजगार एवं पर्यावरण हितकारी वस्तुओं के निर्माण की व्यवस्था भी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम जितने शिक्षित होते जा रहे हैं उतना ही या पर्यावरण संरक्षण को लेकर पिछड़ते भी जा रहे हैं । क्योंकि हमें हर वस्तु पैकिंग में लेने की आदत पड़ चुकी है जो कि हमारे लिए बहुत घातक है।
इसलिए सरकारों को चाहिए कि वे ऐसी व्यवस्था बनाएं की प्लास्टिक पर निर्भरता भी कम हो और उससे जुड़े उद्योगों को कोई और रोजगार शुरू करने के लिए सरकार मदद भी करें ताकि इससे जुड़े लाखों लोगों का रोजगार बचाया जा सके।