रोटरी आई बैंक के प्रयासों से हजारों लोगों को मिली नई रौशनी: संजीव अरोड़ा
होशियारपुर: नेत्रदान व शरीर दान के प्रति जागरुकता ही कॉर्निया ब्लाइंडनैस को दूर करके पीड़ितों को नई रौशनी देने तथा मैडिकल साईंस को बढ़ावा देने का सबसे उतम साधन है। इसके द्वारा जहां कई लोगों को रौशनी मिल रही है वहीं मरणोपरांत शरीर दान से मैडिकल की पढ़ाई कर रहे बच्चों को मदद भी मिलती है। यह विचार रोटरी आई बैंक के प्रधान व प्रसिद्ध समाज सेवी संजीव अरोड़ा ने वैष्णों धाम मंदिर, भरवाई रोड में साहिल गोयल द्वारा अपने जन्मदिन के अवसर पर अपनी और अपनी धर्म पत्नी कुमुद गुप्ता के नेत्रदान प्रण पत्र भरने पर उन्हें सम्मानित करते हुए व्यक्त किए।
संजीव अरोड़ा ने कहा कि पहले लोग खुशी के अवसर पौधारोपण व अन्य दान कर मनाते थे, लेकिन अब नेत्रदान के प्रति जागरुकता बढ़ने से लोग नेत्रदान प्रणपत्र भर कर अपनी खुशी मनाने लगे हैं, जो कि बहुत ही सराहनीय कार्य है। जीते जी तो हर कोई अलग-अलग तरह के दान तो करता ही है लेकिन नेत्रदान एक ऐसा दान जो मरणोपरांत ही करना होता है जिससे एक व्यक्ति द्वारा दान की गई आंखों से दो अन्धेरी जिंदगी जी रहे लोगों को रौशन किया जा सकता है। श्री अरोड़ा ने बताया कि रोटरी आई बैंक की ओर से अब तक 4050 से अधिक लोगों को जो अंधेरी जिंदगी जी रहे थे, उनके ऑपरेशन व नई आंखें लगवाई गई हैं। जो कि अब तक भगवान के आर्शीवाद से इस सुंदर संसार को देख रहे हैं।
इस मौके पर चेयरमैन जे.बी.वहल ने बताया कि नेत्र प्राप्त करने से लेकर कॉर्निया ब्लाइंडनैस का ऑपरेशन करवाकर उसे आंख डलवाने एवं दवाई आदि का खर्च सोसायटी द्वारा किया जाता है। जिसमें दानी सज्जनों का विशेष सहयोग रहता है। उन्होने बताया कि अब नेत्रदान से सम्बंधित एक कॉलम ड्राईविंग लाईसेंस के फार्म में भी जोड़ा गया है ताकि नेत्रदान को और बढ़ावा मिल सके। उन्होने लोगों से अपील की कि अपनी आंखों का विशेष ध्यान रखें और नेत्रदान के प्रति खुद जागरुक होने के साथ-साथ दूसरों को भी जागरुक करें।
इस मौके पर साहिल गोयल व कुमुद गुप्ता ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उन्होने नेत्रदान प्रणपत्र भरें और इस मुहिम का हिस्सा बनें तथा वह अब दूसरों को भी इसके प्रति जागरुक करेंगे कि मरणोप्रांत अपनी आंखों को राख बनाना है या फिर इससे कोई दूसरा व्यक्ति जो अंधेरी जिंदगी जी रहा है वह देख सके। इस लिए नेत्रदान से जुड़कर पुण्य के भागी बनें। इस अवसर पर प्रिं. डी.के. शर्मा, मदन लाल महाजन, शाखा बग्गा, अमित नागपाल, तमना वाबू व अन्य उपस्थित थे।