गांव चडियाल में बाबा साहिब डाक्टर भीम राव अम्बेडकर जी का मनाया गया जन्म दिवस

होशियारपुर: यहां से थोड़ी दूर ब्लाक होशियारपुर-1 के गांव चडियाल में गांव की अम्बेडकर मिशन की ओर से बाबा साहिब भीम राव जी का 133वां जन्म दिवस बड़े चाव तथा खुशियों से मनाया गया। इस विशाल समाग में भारी गिनती में गांव वासियों, नौजवानों, औरतों तथा बच्चों ने भाग लिया। इस सोसायटी की ओर से किये गये सुचेत प्रबन्धों अधीन करवाये गये इस समागम की अध्यक्षता डॉ.अमनदीप सिंह जी ने की तथा इलाके के वरिष्ठ बुद्धिजीवियों तथा बाबा साहिब के मिशन को समर्पित मास्टर महिन्दर सिंह हीर बतौर मेहमान समागम में शामिल हुये।
इस सोसायटी के प्रबन्धक मैंबरों सर्वश्री प्रदीप कुमार, केवल कृष्ण, अमृतपाल सिंह, वरिन्दर कुमार बंटी, विजय तथा रोहित की निगरानी में गांव वासियों ने ब्रैड तथा चाय पानी तथा मिठाईयों आदि का योग्य प्रबन्ध किया हुआ था। इस समागम को सफलतापूर्वक सफल करने के लिये हरविन्दर कुमार एन.आर.आई. ने भी आर्थिक तौर पर पूर्ण सहयोग दिया।


समागम के शुरूआत के समय अमृतपाल सिंह ने आये हुये मेहमानों तथा गांव वासियों का समागम में भारी गिनती में पहुंचने पर स्वागत किया तथा बाबा साहिब की ओर से समाज के लिये किये संघर्षों के बारे में बताया तथा इसके बाद मुख्य मेहमान मास्टर महिन्दर सिंह हीर, डाक्टर अमनदीप सिंह तथा गांव वासियों ने बाबा साहिब की फोटो पर हार डालकर श्रद्धासुमन अर्पित किये। छोटे बच्चों ने भी कविता तथा गीतों के द्वारा बाबा साहिब के गुणगान किये। मुख्य मेहमान मास्टर महिन्दर सिंह हीर ने अपने भाषण में मानव जाति को चार वर्णों में बांटकर फिर 6742 जातियों में मानवता को तार-तार करने तथा आपस में भेदभाव तथा नफरत तथा ऊंचनीच का माहौल पैदा करने, 85 प्रतिशत दलित पछड़े वर्ग तथा धार्मिक अल्पसंख्यक को उनके अधिकारों से वंचित करके अपमानित तथा दुखों से भरा जीवन व्यतीत करने के लिये मजबूर किया।

नारी जाति को नरक को द्वार दिया। अम्बेडकर जी ने देश में से इस जाति-पाति के सिस्टम को तोड़ने के लिये डाक्टर साहिब ने ज़िन्दगी भर बहुत ज्यादा दुख सहकर संघर्ष किया। समय मिलने पर भारत देश का संविधान लिखने का मौका मिला तो उसमें सबको तरक्की के बराबर अवसर पढ़ाई, रोज़गार तथा सेहत सहूलतें तथा इन्साफ के लिए पूरा प्रबन्ध किया पर समय-समय इन बनी सरकारों ने 85 प्रतिशत लोगों को तरक्की के रास्ते पर ले जाने के लिए ठोस उपाय नही किये बल्कि सियासी कार्पोरेट घरानों के हितों के लिये अनेकों शोध किये। आज जहां यह सांप्रदायिक ताकतें संविधान को खतम करके भारत के लोकतंत्र को खतम करने में लगे हुई हैं वहीं दूसरी तरफ लोकतन्त्र तथा संविधान को बचाने के लिये सैकुलर पार्टियां एक मंच पर इक्ट्ठी हुईं।
इन ताकतों का हम सभी को एकजुट होकर भारती लोकतन्त्र बचाने वाली सोच की डटकर हमायत करनी चाहिये। प्रधानगी भाषण में डाक्टर अमनदीप ने भी बाबा साहिब अम्बेडकर जी के जीवन तथा संघर्ष सम्बन्धी विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिस जगह हमारा समाज खड़ा है उसके पीछे बाबा साहिब के संघर्षों की देन है तथा बाबा साहिब की ओर से भारत देश के लिये दिया संविधान दुनिया में एक मिसाल है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारों ने कार्पोरेटों की साजिश अधीन 85 प्रतिशत लोगों को शिक्षा तथा सेहत के साथ खिलवाड़ करने लिये कई ढंग तैयार किये हैं।
हमें उनकी साजिशों का पर्दाफाश करते हुये उन चीज़ों का इस्तेमाल नही करना चाहिये। उन्होने इसके उल्ट मनुष्य की सेहत को तंदरूस्त रखने के लिये बहुत बढ़िया जानकारी भी दी। इस अवसर पर मुख्य मेहमान तथा प्रधान जी ओर से पहली तथा पांचवी कक्षा में पहले, दूसरे तथा तीसरे स्थान पर आये बच्चों को ईनाम देकर उनकी हौंसला अफज़ाई की। इस अवसर पर ज्ञानी गुरबचन सिंह, आत्मा राम, हरभजन लाल, पटवारी मोहन लाल, विवेक, बलविन्दर, हरविन्दर सिंह, हरप्रीत कौर तथा अनीता रानी आदि उपस्थित थे। इस खुशी के अवसर पर प्रबन्धक कमेटी की ओर से मिठाई तथा चाय पानी का खास प्रबन्ध किया गया था।