मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए सभी गर्भवती महिलाओं के सारे टैस्ट कराना सुनिश्चित करें: सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार
होशियारपुर 8 अक्टूबर 2024: मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रदान की जाने वाली सेवाओं में सुधार लाने तथा मातृ मृत्यु दर कम करने के लिए जिला स्तर पर सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार शगोत्रा की अध्यक्षता में सितंबर माह में हुई मातृ मृत्यु के कारणों की समीक्षा की गई।
महिलाओं की समीक्षा समिति की बैठक जिला परिवार भलाई अफ़सर डॉ. अनीता कटारिया के नेतृत्व में कार्यालय सिविल सर्जन होशियारपुर में हुई। जिसमें संबंधित चिकित्सा अधिकारी, एलएचवी, ए.एन.एम. और आंतरिक समिति के सदस्यों ने भाग लिया।
इस अवसर पर चर्चा करते हुए सिविल सर्जन डॉ. पवन शगोत्रा ने कहा कि मातृ मृत्यु को रोकने के लिए सबसे पहले उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान की जानी चाहिए और सभी आवश्यक परीक्षण किए जाने चाहिए। उनका आवश्यकतानुसार उपचार किया जाए तथा आशा, एएनएम द्वारा उनका लगातार फॉलोअप किया जाए ताकि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें समय पर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सके तथा मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए हरसंभव प्रयास एवं आवश्यक उपाय किये जायें ताकि मातृ मृत्यु के खतरे को रोका जा सके।
डॉ. अनिता कटारिया ने कहा कि प्रत्येक गर्भवती महिला का जल्द से जल्द पंजीकरण कराया जाए। उनकी सभी जांचें जैसे वजन, रक्तचाप, मधुमेह, एचबी, थायरॉइड, हेपेटाइटिस, एलएफटी, स्कैन, ईसीजी और अन्य आवश्यक जांचें समय पर की जांए ताकि किसी भी तरह की समस्या का पता चल सके और उसका इलाज किया जा सके।
प्रत्येक माह की 9 एवं 23 तारीख को पीएमएसएमए दिवस पर स्वास्थ्य संस्थानों में प्रत्येक गर्भवती महिला की विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा आवश्यक जांच एवं परीक्षण सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही चिन्हित हाई रिस्क गर्भवती महिलाएं जो प्राइवेट इलाज करा रही हैं, उनका लगातार फॉलोअप किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि त्योहारी सीजन में मेलों में आने वाली प्रवासी गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उन्हें स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।