स्वस्थ शरीर के लिए वातावरण को शुद्ध रखना समय की मुख्य जरुरत: डिप्टी कमिश्नर
होशियारपुर, 5 जूनः डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने कहा कि स्वस्थ शरीर के लिए वातावरण का शुद्ध होना समय की मुख्य जरुरत है, इस लिए वातावरण को तंदुरुस्त बनाने के लिए हर व्यक्ति का योगदान बहुत जरूरी है। वे आज विश्व पर्यावरण दिवस पर युवक सेवाएं विभाग की ओर से वातावरण दिवस पर जिले में पौधारोपण के लिए चलाए गए अभियान के अंर्तगत पौधारोपण करने के दौरान संबोधित कर रहे थे। इस दौरान इंटरनेशल ट्रैक्टर्ज लिमिटेड सोनालिका के प्रोजेक्ट “आई लव होशियारपुर’ की टीम भी उनके साथ मौजूद थी, जो कि पर्यावरण संरक्षण में बेहतरीन कार्य कर रही है।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि वायु प्रदूषण मानवीय स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है और शुद्ध आबो -हवा बरकरार रखने के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिएं, जिसमें स्कूली विद्यार्थी, सामाजिक संगठन, माता पिता और अध्यापक अहम योगदान डाल सकते हैं। उन्होंने एकजुटता और संयुक्त प्रयास से प्रदेश को हरा -भरा बनाने की अपील करते हुए कहा कि परिवार के हर सदस्य को एक पौधा जरुर लगा कर उसकी देखभाल करनी चाहिए।
डिप्टी कमिश्नर ने युवक सेवाएं विभाग की प्रशंसा करते हुए कहा कि विभाग ने बेहद ही प्रशंसनीय पहल करते हुए जिले के यूथ क्लबों व एन.एस.एस वालंटियरों के माध्यम से पौधारोपण को अभियान के रुप में लिया है। उन्होंने बताया कि आज जिले की 27 संस्थाओं के 1750 वालंटियरों ने 10050 से ज्यादा पौधे लगाए हैं। इस मौके पर उन्होंने एन.एस.एस वालंटियरों, रैड रिबन क्लबों व युवक सेवाएं क्लबों को शाबाशी भी दी जो कि ग्रीन होशियारपुर अभियान को साकार करने में पूरी शिद्दत के साथ लगे हुए हैं।
युवक सेवाएं विभाग होशियारपुर के सहायक डायरेक्टर प्रीत कोहली ने कहा कि वातावरण दिवस पर डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर के नेतृत्व में पूरे जिले में इस पौधारोपण अभियान को अमल में लाया गया है। इस मौके पर जिले भर के वालंटियरों की ओर से छुट्टी होने के बावजूद अपने-अपने घर, गली, मोहल्लों व सार्वजनिक स्थानों पर पौधे लगाए गए। उन्होंने कहा कि छुट्टियां होने के चलते समूह स्कूल व कालेज बंद थे। इस लिए इनके प्रोग्राम अधिकारियों को व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से एकत्र किया गया व उनके साथ आनलाइन बैठक कर उनके पौधारोपण के लिए प्रोत्साहित किया गया।
उन्होंने कहा कि वातावरण दिवस मनाने की शुरुआत आज की गई है और पानी की बचत करने के लिए भी गांवों व शहरों के युवकों को जागरुक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने 20 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है और इसके लिए वन विभाग से भी योग्य सहायता ली जाएगी ताकि वातावरण को संतुलित करने में अपना हिस्सा पाया जा सके।