मंगल सिंह शरीर दान प्रण पत्र भरकर समाज के लिए बने प्रेरणा स्रोत : संजीव अरोड़ा
होशियारपुर, 13 मई: नेत्रदान एवं शरीर दान के प्रति बड़ रही जागरुकता ही कॉर्निया ब्लाइंडनेस को दूर करके पीड़ितों को नई रोशनी देने तथा मेडिकल साइंस को बढ़ावा देने का सबसे उत्तम माध्यम है। इसके द्वारा जहां कई लोगों को नई रोशनी मिल रही है वही मरणोपरांत शरीर दान करने से मेडिकल की पढ़ाई कर रहे बच्चों को प्रेक्टिस करने में मदद मिलती है उक्त विचार रोटरी आई बैंक के प्रधान एवं प्रमुख समाजसेवी संजीव अरोड़ा ने मंगल सिंह पुत्र सरवन दास गांव धगरौल पट्टी, कमाही देवी द्वारा मरणोपरांत शरीर दान प्रण पत्र भरने के दौरान उन्हें सम्मानित करते हुए व्यकत किए।
इस अवसर पर संजीव अरोड़ा ने कहा कि मंगल सिंह जो की बतौर मुख्य अध्यापक सेवानिवृत हुए हैं, उनकी बहुत देर से इच्छा थी कि वह मरणोपरांत शरीर दान का प्रण पत्र भरे लेकिन उन्हें सोसायटी के बारे में नहीं पता था और ना ही पता था कि इसका तरीका क्या है । जब उन्हें रोटरी आई बैंक के बारे में अखबारों के माध्यम से पता चला तो उन्होंने सोसायटी से संपर्क करके शरीर दान का प्रण पत्र भरने की अपनी इच्छा पूरी की। श्री अरोड़ा ने कहा कि मंगल सिंह जी का यह कदम समाज के लिए प्रेरणा स्त्रोत रहेगा और आज के दौर में यही सच्ची मानव सेवा है।
इस मौके पर चेयरमैन जे.बी.वहल ने शरीर दान किए जाने एवं उस पर मेडिकल रिसर्च किए जाने एवं उसके उपरांत सम्मान पूर्वक उसका अंतिम संस्कार किए जाने संबंधी विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि जागरूकता से ही यह कार्य संभव हो पा रहा है । इस मौके पर मंगल सिंह ने कहा कि जीते जी तो वह समाज सेवा में थोड़ा बहुत योगदान डाल ही रहे थे तथा मरणोपरांत कुछ ऐसा करना चाहते थे कि उनकी देह किसी के काम आ सके । इस लिए उन्होंने शरीर दान करने का प्रण पत्र भरा। इस अवसर पर प्रिं. डी.के. शर्मा, कुलदीप राय गुप्ता, प्रो. दलजीत सिंह, जसवंत सिंह, वीना चोपड़ा , नरंजन कुमार व तमन्ना बाबू उपस्थित थे ।