बैंक पढ़े लिखे बेरोजगारों को अधिक से अधिक कर्ज देकर बनाए मजबूत: सहायक कमिश्नर
होशियारपुर, 26 मार्च: बैंक विभिन्न कर्जा योजनाओं के माध्यम से नौजवानों को मजबूत बनाने के लिए पढ़े लिखे बेरोजगार नौजवानों को अधिक से अधिक ऋण प्रदान करें ताकि वे सशक्त हो सकें। यह विचार सहायक कमिश्नर दिव्या.पी ने जिले के लीड बैंक की ओर से जिले के बैंकों के कामकाज का जायजा लेने संबंधी जिला सलाहकार कमेटी और जिला स्तरीय समीक्षा कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए रखे। सहायक कमिश्नर ने इस दौरान बैंकों को सी.डी रेशो बढ़ाने की जरुरत के संबंध में निर्देश देते हुए बैंको को इस दिशा में ध्यान देने के लिए कहा ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग खास तौर पर पढ़े लिखे बेरोजगार नवयुवक तथा समाज के कमजोर वर्गों के लोग कर्जे प्राप्त करके आर्थिक धंधे शुरु कर जीवन स्तर को और ऊंचा उठा सकें।
सहायक कमिश्नर ने बताया कि जिले के विभिन्न बैंकों द्वारा कर्जा योजना वर्ष 2023-24 के अंतर्गत दिसंबर 2023 तक कुल 9128.86 करोड़ रुपए कर्ज के तौर पर दिए गए जबकि लक्ष्य 10528.93 करोड़ रुपए का था। इसमें से प्राथमिकता क्षेत्र को 6648.99 करोड़ रुपए के कर्जे दिए गए जबकि गैर प्राथमिकता क्षेत्र में 2479.87 करोड़ रुपए के कर्जे दिए गए। प्राथमिकता क्षेत्र में 3583.69 करोड़ रुपए कृषि के लिए, 2774.98 करोड़ रुपए गैर कृषि क्षेत्र के लिए, 290.32 करोड़ रुपए अन्य प्राथमिकता क्षेत्र को कर्जे के तौर पर दिए गए।
दिव्या. पी. ने बैंको को अधिक से अधिक स्वयं सहायता समूहों को ऋण प्रदान करने पर जोर दिया। उन्होंने बैंकों को कृषि व लघु उद्योग, सेवा क्षेत्र के अंतर्गत कर्जे देने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए भी कहा। उन्होंने बैंकों को कहा की अधिक से अधिक गरीब लोगों को कर्जा दिया जाए ताकि उनकी आय में वृद्धि हो सके और उनका जीवन स्तर ऊंचा हो सके।
बैठक को संबोधित करते हुए सर्कल हैड पंजाब नेशनल बैंक संजीव कुमार ने बताया कि जिला होशियारपुर में बैंकों में जमा राशियां जो कि दिसंबर 2022 में 39993 करोड़ रुपए थी, दिसंबर 2023 में बढ़ कर 44094 करोड़ रुपए हो गई। इसी तरह बैंकों की ओर से दिए गए कुल कर्जे की रकम जो कि दिसंबर 2022 में 10773 करोड़ रुपए थी, दिसंबर 2023 में बढ़ कर 12114 करोड़ रुपए हो गई।
लीड जिला मैनेजर राजेश जोशी ने बताया कि जिले के बैंकों की ओर से 1874 किसानों को 53.34 करोड़ रुपए के किसान कार्ड जारी किए गए हैं। उन्होंने बैंक अधिकारियों को सलाह दी कि वे नए उद्यमियों को अधिक से अधिक कर्जा दें ताकि जिले में नए उद्योग धंधे लग सकें व लोगों को रोजगार के ज्यादा से ज्यादा मौके मिल सकें। उन्होंने जिला प्रशासन का बैंको को अधिक से अधिक सहयोग देने के लिए धन्यवाद किया। बैठक में पशु पालन विभाग, जिला उद्योग केंद्र, एस.आर.एल.एम, एन.यू.एल.एम आदि के अधिकारी व सभी बैंकों के डी.सी.ओ शामिल हुए।