संयुक्त किसान मोर्चा, शहीद भगत सिंह, राजगुरू तथा सुखदेव का शहीदी दिवस लोकतन्त्र बचाओ दिवस के तौर पर मनायेगा
होशियारपुर, 19-मार्च: संयुक्त किसान मोर्चा पंजाब में शामिल संगठनों की मीटिंग लुधियाना के शहीद करनैल सिंह ईसड़ू भवन में हुई। मीटिंग की प्रधानगी प्रेम सिंह भंगू, सतनाम सिंह अजनाला तथा बोघ सिंह मानसा ने की। मीटिंग की कारवाई प्रैस को जारी करते हुये प्रधानगी मंडल ने बताया कि मीटिंग में 14 मार्च को दिल्ली में रामलीला मैदान में हुई किसान मज़दूर महांपंचायत में सभी संगठनों ने अपने-अपने संगठनों की भागीदारी की रिपोर्ट पेश की। पंजाब से शामिल हुये किसानों तथा महिलाओं की संख्या पर संतोष प्रगट करते हुये इसको एतिहासिक महांपंचायत करार दिया गया।
दिल्ली पुलिस की ओर से किसान मज़दूर महांपंचायत में बाधा डालने के लिये किसानों तथा महिलाओं को जानबूझ कर तंग व परेशान करने, नई दिल्ली में धारा-144 लगाकर गुरूद्वारा बंगला में जाने से रोकने तथा रामलीला मैदान में पानी भरने की रोक लगाने के खिलाफ सख्त गुस्से तथा रोष का प्रगटावा किया गया। केन्द्र की मोदी सरकार की ओर से मानी गई मांगो को लागू न करने, किसानों पर अत्याचार करने तथा भाजपा की ओर से किसानों की हत्या के मुख्य साजिशकर्ता अजय मिश्रा टैनी को टिकट देने के लिये भाजपा को सज़ा देने की धोषणा करते हुये भाजपा विरोधी अभियान को संगठित करने का फैसला किया गया।
एक प्रस्ताव द्वारा आर.एस.एस. की ओर से किसान संगठनों को देश विरोधी कहने की सख्त निंदा की गई। एस.के.एम. की ओर से शहीद भगत सिंह, राजगुरू तथा सुखदेव के शहीदी दिवस 23 मार्च को सारे पंजाब में लोकतंत्र बचाओ दिवस के तौर पर पूरे जोश के साथ मनाया जायेगा। मीटिंग ने सर्वसम्मति के साथ कहा कि शहीदों की ओर से लगाया ’इन्कलाब-ज़िन्दाबाद’ तथा ’साम्राज्यवाद-मुर्दाबाद’ का नारा आज भी उस समय जितना ही महत्व रखता है। साम्राज्यवादी ताकतें तथा भारतीय दलाल शासक वर्ग, विश्व व्यापार संगठन और अन्य साम्राज्यवादी संस्थाओं के माध्यम से भारत के कृषि क्षेत्र को साम्राज्यवादी बहुराष्ट्रीय कंपनियों को सौंपना चाहते हैं।
किसानो, मज़दूरों तथा अन्य मेहनतकश लोगों को साम्राज्यवादी संस्थाओं के खिलाफ अपने इस संघर्ष के लिए मार्गदर्शन की जरुरत है। इस लिए शहीद भगत सिंह तथा उनके साथियों की विचारधारा भारत की किसानी लहर के लिए प्रेरणास्त्रोत है। एस.के.एम. ने भाजपा द्वारा चुनावी बांड के माघ्यम से किए गए सबसे बड़े भ्रष्टाचार धोटाले की कड़े शब्दों में निंदा की। मीटिंग में प्रधानगी मंडल के अतिरिक्त गुरमीत महिमा, हरिंदर सिंह लक्खोवाल, सुखदेव सिंह अराईयांवाला, मुकेश चन्द्र, सुख गिल मोगा, अंग्रेज सिंह मोहाली, बिंदर सिंह गोलेवाला, लखवीर सिंह निज़ामपुर, रुलदू सिंह मानसा, बलदेव सिंह लताला, मलूक सिंह हीरके, हरदेव सिंह संधू, राजविंदर सिंह राजू, बूटा सिंह बुर्ज गिल, रमिंद्र सिंह पटियाला, प्रीतम सिंह रोपड़ तथा आई.एस. गुलाटी, हरबंस सिंह संघा आदि उपस्थित थे।