जातिसूचक शब्द कहने वालों पर केंद्रीय मंत्रालय करेगा कठोर कार्रवाई
जातिसूचक शब्द कहने वालों पर केंद्रीय मंत्रालय करेगा कठोर कार्रवाई, पीड़ितों के पक्ष के लिए केंद्र सरकार अफसरों की दिल्ली में करेगा पेशी: मनजीत बाली
समाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के डा. अंबेडकर फाउंडेशन के सदस्य मनजीत बाली दलितों से संबंधित मामलों की सुनवाई करने के लिए होशियारपुर पहुंचे। उन्होंने मीडिया को सम्बोधन करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार में दलितों पर अत्याचार लगातार बढ़ते जा रहे हैं और पुराने मामलो को दबाने की कोशिश की जा रही है। जिन मामलों में अगर कार्रवाई होती भी है तो वो आधी अधूरी ही की जाती है जिस कारण लोगों को पूर्ण इन्साफ के लिए केंद्र सरकार के मंत्रालयों या राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग का तक अपनी गुहार लगानी पड़ती है। बाली ने कहा कि ऐसा ही एक मामला उनके ध्यान में आया है जिसमें होशियारपुर के भीम नगर वासी जसवीर सिंह को लगभग डेढ़ साल पहले जातिसूचक शब्द कहे थे और आज तक उन्हें इन्सांफ नहीं मिला है। मनजीत बाली ने कहा कि पीड़ित पक्ष ने उन्हें अब इस मामले की शिकायत की है और बताया है कि राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने भी उनकी शिकायत का संज्ञान लिया है व प्रशासनिक अधिकारियों को नोटिस के बाद 4 – 4 रिमाइंडर भी भेज चुकी है और गवाहों के ब्यान भी हो चुके है परन्तु दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। बाली ने पीड़ित पक्ष जसवीर सिंह के परिवार से भी आज मुलाकात कि और उन्हें पता चला कि नगर निगम होशियारपुर की सरकारी जमीन पर रंजन कुमार पप्पू और विश्वामित्र पांडे नाजायज कब्जा कर फैक्ट्री चलाने का काम कर रहे हैं जिसकी शिकायत उन्होंने ने बिजली विभाग में की थी और बिजली विभाग ने उनके कनेक्शन भी काटे थे पर नजायज कब्जाधारियों के इस माफिया ने पैसे के बल पर दोबारा बिजली कनेक्शन आस्थायी रूप से बहाल करवाए थे जो कि आज तक चल रहे हैं। इसी के चलते जसवीर की जाति को लेकर उक्त नजायज कब्जाधारियों ने गन्दी गलियां और भद्दी शब्दावली का उपयोग किया था जिसकी शिकायत उन्होंने पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग में की थी परन्तु उनकी सुनवाई नहीं हुई। बाली ने कहा कि जल्द ही इस मामले की सुनवाई अब राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग और उनके मंत्रालय में की जाएगी और अफसरों से कार्रवाई में देरी व कार्रवाई ना होने के कारण पूछे जाएंगे। इस मौके पर एडवोकेट सुखबीर सिंह, पार्षद एडवोकेट मंजीत कौर, सरपंच बलविंदर कुमार, स. अजीत सिंह भी मौजूद थे।